रेप को भी सांप्रदायिक बनाता आईटी सेल?
नई दिल्ली. क्या रेप जैसे जघन्य अपराध को भी सांप्रदायिकता के नाम पर भ्रमित
किया जा सकता है? शायद आप सभी का जवाब होगा
नहीं, क्यों यह एक ऐसा अपराध हैं जो किसी धर्म, जाति से नहीं जुड़ा होता हैं बल्कि
यह अपराध पुरे मानवीय समाज को बदनाम करने का काम करता हैं.
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर का रेप कर उसे जला देने की
शर्मनाक घटना ने एक बार फिर से मानवीय समाज को बदनाम करने का काम किया हैं. इस
घटना के बाद से देश में एक फिर से निर्भया कांड़ की चर्चा होने लगी हैं. लेकिन इस
घटना पर जो राजनीतिक बयानबाजी हुई उससे एक बार फिर से आईटी सेल को मौका मिल गया कि
वह इस घटना को सांप्रदायिक रंग में रंग दे, जिससे की लोगों को भ्रमित किया जा सके.
बीजेपी के हैदराबाद से विधायक टी राजा सिंह ने इस पुरे मामले को धर्म से
जोड़ते हुए ट्वीट किया, उसके बाद कई नेताओं ने इस पुरे मामले को धर्म से जोड़ते हुए बयान दिए.
हालांकि हैदराबाद पुलिस ने पहले ही साफ कर दिया था कि इस मामले को धर्म से नहीं
जोड़ा जाना चाहिए क्यों कि इस वीभत्स अपराध में शामिल होने वाले लोग किसी एक धर्म
के नहीं है. लेकिन इसके बाद भी इस मामले को राजनीतिक तूल दिया गया.
वहीं प्रदेश के गृहमंत्री ने इस मामले में गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा
कि “पीड़िता को अपनी बहन
के बज़ाय पुलिस को फोन लगाना चाहिए था. अगर उन्होंने 100 नंबर पर कॉल किया होता तो
उन्हें बचाया जा सकता था.” हालांकि उनके इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी तो उन्होंने
कहा कि “इस घटना से मुझे गहरा दुख
पहुंचा है। वह मेरी बेटी जैसी थी। दोषियों को सख्त सजा मिलेगी।
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